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सामुद्रिक शास्त्र में सूर्य पर्वत पर वाई के निशान के बारे में बताया गया है। हाथ में शुभ-अशुभ स्थिति में होने पर वाई का यह निशान परिणाम को भी प्रभावित करता है। यदि सूर्य रेखा से कोई शाखा निकलकर वाई का निशान बनाए और यह शनि पर्वत की ओर जाती हुई दिखाई दे अथवा पहुंच जाए तो ऐसे जातक विशेष योग्यता वाले होते हैं। ये लोग कार्य करने में चतुर होते हैं और जिस भी कार्य को ये लोग करते हैं उसे अच्छी तरह से करते हैं।
ऐसा है मछली का निशान तो बढ़ते जाएंगे खर्च
यदि सूर्य रेखा से कोई शाखा निकलकर बुध पर्वत की ओर जाकर वाई का निशान बनाए तो यह सफल व्यापार को दर्शाती है। ऐसे लेागों को धन और प्रतिष्ठा दोनों मिलती हैं। यदि सूर्य रेखा आखिर में दो भागों में विभाजित होकर वाई जैसा निशान बनाए तो यह शुभ निशान तो है, लेकिन यह पूर्ण सफलता नहीं दिलाता है। यदि सूर्य रेखा तीन भागों में बंटती दिखाई दे और यह त्रिशूल जैसी संरचना बनाए तो यह बहुत ही शुभ है। ऐसे लोग धन और प्रतिष्ठा पाते हैं। यदि सूर्य रेखा मस्तिष्क रेखा तक पहुंचे और इसकी एक शाखा मस्तिष्क रेखा से मिल जाए तो ऐसे व्यक्ति भी अपने विवेक के दम पर सफलता पाते हैं। इसी तरह यदि सूर्य रेखा से निकलकर एक शाखा निकलकर हृदय रेखा में मिल जाए तो भी ऐसे लोग स्वयं के प्रयास से सफलता पाते हैं।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)
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