हथेली की आकृति और उंगलियों की बनावट भी हस्तरेखा विज्ञान में देखी जाती है। ये दोनों ही व्यक्ति के भविष्य का संकेत देती हैं। यदि किसी स्त्री का हाथ गोल, पतला, चपटा होता हो, साथ ही बुध पर्वत पर खड़ी रेखाएं स्पष्ट दिखाई दें, चंद्र-शुक्र पर्वत भी श्रेष्ठ हो हैं तो ऐसी स्त्री नर्स बनती है। यदि व्यक्ति के हाथ का मध्य भाग भरा हुआ और उंगलियों का आगे वाला भाग मोटा होता है, साथ में सूर्य रेखा भी स्पष्ट एवं श्रेष्ठ हो है तो ऐसा व्यक्ति पशु चिकित्सक बनता है।
भाग्य की निशानी है इस रेखा के आखिर में बना त्रिशूल
जिस व्यक्ति के हाथ में बुध पर्वत पर छोटी-छोटी खड़ी रेखाएं पाई जाती हैं, मंगल पर्वत श्रेष्ठ होता है और उस पर दो खड़ी रेखाएं दिखाई देती हैं तो ऐसा व्यक्ति रसायन शास्त्र का ज्ञाता बनता है। जिस व्यक्ति के हाथ के मंगल और बुध पर्वत उच्च होते हैं, उंगलियां लंबी, आगे से गोल, पतली या चपटी होती हैं और इसके साथ ही सभी उंगलियों का दूसरा भाग भरा हुआ होता है, बुध पर्वत पर तीन-चार खड़ी रेखाएं होती हैं, हथेली मजबूत होती हैं, सूर्य रेखा एवं मस्तिष्क रेखा भी गहरी हो है तो ऐसे व्यक्ति वैद्य या डॉक्टर बनते हैं। जिस व्यक्ति के हाथ में चंद्र पर्वत वाली रेखा उच्च और मोटी होती है एवं सूर्य रेखा स्पष्ट, शुभ हो है तो व्यक्ति नाड़ी विशेषज्ञ बनता है।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)
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