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धनु राशि के जातक बुद्धिमान, साहसिक और आशावादी होते हैं। वह चीजों को लेकर काफी उत्सुक होते हैं। यह अपनी उत्सुकता को जानकारी इकट्ठा करके शांत करने की कोशिश करते हैं। यह दर्शन, इतिहास, यात्रा और विभिन्न तरह की संस्कृतियों का अनुभव करना पसंद करते हैं। अग्नि चिह् के कारण इस राशि के जातक परिवर्तन से नहीं डरते हैं।

इस राशि का स्वामी गुरु बृहस्पति होता है। गुरु बृहस्पति के प्रभाव धनु राशि के जातक साहसिक और आधिकारिक व्यक्ति होते हैं जो अपना रास्ता खुद बनाना पसंद करते हैं। अग्नि चिह् के कारण इस राशि के जातक परिवर्तन से नहीं डरते हैं।धनु राशि के जातक स्वतंत्रता को बहुत अधिक महत्व देते हैं और इसकी वजह से प्रतिबद्धता से कतराते हैं जिससे रिश्तों में समस्यांए पैदा होने लगती है।

धनु राशि वालों के लिए नीले रंग पुखराज बेहद भाग्यशाली रत्न है। इसके प्रभाव से सोचने और समझने की शक्ति में वृद्धि होती है। नीले रंग का पुखराज रत्न जीवन में आने वाली समस्याओं और जटिलताओं को दूर करने में मदद करता है। धनु राशि की जिन कन्याओं के विवाह में देरी आ रही है। इस रत्न को धारण करने से शादी का जल्द योग बन जाता है। पुखराज रत्न धारण करने से धन -वैभव की प्राप्ति होती है।

लाल गार्नेट शक्तिशाली पत्थर है इसे धारण करने से धनु राशि के जातक के अंदर मौजूद शक्तियों को उजागर करने में मदद करता है। यह अतीत की दबी हुई भावनाओं और तकलीफों को दूर करने में मदद करता है। स्वतंत्रता प्रेमी धनु राशि के जातक को यह प्रतिबद्धता का अभ्यास करने में मदद करता है।

अजुराइट को आत्मज्ञान एयर मानसिक शक्ति को बढ़ाने वाला स्टोन माना जाता है। इस स्टोन की मदद से धनु राशि के जातकों के रचनात्मक कौशल का विकास होता है और जागरूकता के नए स्तर को खोलने में मदद करता है। अजुराइट धनु राशि के जातकों को प्रेरणा और सोचने के नए तरीके प्रदान करता है।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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