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प्राचीन ज्योतिष ग्रंथों में कालसर्प योग का उल्लेख नहीं मिलता है लेकिन व्यवहारिक दृष्टि से यह योग जातक को काफी परेशान भी करता है। कुंडली में जब सातों ग्रह राहु और केतु के बीच में हो तो यह ग्रह बनता है।
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प्राचीन ज्योतिष ग्रंथों में कालसर्प योग का उल्लेख नहीं मिलता है लेकिन व्यवहारिक दृष्टि से यह योग जातक को काफी परेशान भी करता है। कुंडली में जब सातों ग्रह राहु और केतु के बीच में हो तो यह ग्रह बनता है।
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