Hindustan Hindi News

[ad_1]

इस पृथ्वी पर सूर्य का जितना महत्व है उतना ही व्यक्ति के जीवन में भी है। हाथ में सूर्य पर्वत व्यक्ति के जीवन को अत्यधिक प्रभावित करता है। हाथ में सूर्य पर्वत किस तरह का है, उसे व्यक्ति की सफलता और संघर्ष का संकेत मिलता है। हस्तरेखा विज्ञान में अनामिका उंगली के मूल स्थान को सूर्य पर्वत माना गया है। व्यक्ति क हाथ में सूर्य पर्वत जितना अच्छा और विकसित होगा व्यक्ति अपने जीवन में सफलता की ऊंचाइयों को उतना ज्यादा छुएगा। यदि सूर्य पर्वत अच्छा उभार लिए हो, स्पष्ट हो और इस पर एक सरल रेखा हो तो ऐसे व्यक्ति अच्छे प्रशासक और उद्योगपति होते हैं। यदि सूर्य पर्वत अधिक उभरा हुआ हो और सूर्य रेखा भी टूटी हुई का कटी हो तो इस तरह के लोग अभिमानी, कंजूर और विवेकहीन होते हैं। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार हथेली में सूर्य पर्वत का शनि पर्वत की ओर झुकना व्यक्ति के न्यायिक क्षेत्र में सफलता का संकेत देता है। ऐसे लोग जज और जाने-माने अधिवक्ता होते हैं। हाथ में सूर्य पर्वत का दूषित होना व्यक्ति को अपराध की ओर ले जाता है।

एकांत में रहते हैं इस तरह के लोग, होते हैं कलाकार

यदि हाथ में सूर्य और बुध पर्वत संयुक्त रूप से उभरे हुए हैं तो ऐसे लोगों में चतुराई और निर्णय लेने की शक्ति अत्यधिक होती है। इस तरह के लोग अच्छे वक्ता, सफल व्यापारी और बड़े संस्थानों में प्रबंधक होते हैं। ये लोग धन पाने के अति महत्वाकांक्षी होते हैं। यदि व्यक्ति के हाथ में सूर्य पर्वत के साथ बृहस्पति पर्वत भी सुंदर और उन्नत हो तो वह मेधावी और धार्मिक प्रवृत्ति का होता है। यदि सूर्य पर्वत और शुक्र पर्वत दोनों उभार लिए हों तो व्यक्ति विपरीत लिंग के प्रति ज्यादा आकर्षित रहता है। ये लोग सौंदर्य और विलासिता को भोगने वाले होते हैं। हस्तरेखा विज्ञान में सूर्य पर्वत पर रेखाओं का जाल यानी जाली अच्छी नहीं मानी गई है। यह स्थिति व्यक्ति के स्वभाव में कुटिलता लाती है। ये लोग दूसरे पर विश्वास नहीं कर पाते। सूर्य पर्वत पर त्रिभुज व्यक्ति को उच्च पद और प्रतिष्ठा दिलाता है। 

(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं  पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया  गया है।)

 

[ad_2]

Source link

If you like it, share it.
0 replies

Leave a Reply

Want to join the discussion?
Feel free to contribute!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *