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ग्रहों में राजा की पदवी प्राप्त सूर्य देव का राशि मिथुन राशि से कर्क राशि मे गोचर 17 जुलाई 2022 दिन रविवार को दिन में 9:37 बजे हो गया है। इसी के साथ ही सूर्य देवता दक्षिण पथ गामी अर्थात दक्षिणायन हो जाएंगे। अग्नि तत्व कारक ग्रह का जल तत्व की राशि मे प्रवेश होने से 20 जुलाई के बाद मौसम में गर्मी से मिलेगा राहत । अर्थात बारिश की स्थिति अच्छी बनेगी।
मेष :- पंचमेश होकर सुख भाव में।
*स्वास्थ्य मध्यम , सुख के साधनों में वृद्धि ,
*माता का स्वास्थ्य थोड़ा तनाव दे सकता है।
*विद्या में वृद्धि, डिग्री लेने में निर्णय उत्तम
*पिता को स्वास्थ्यगत समस्या संभव सतर्क रहे
*सरकारी क्षेत्र से जुड़े लोगो को लाभ
*कार्य क्षेत्र में वृद्धि, प्राइवेट या सरकारी दोनो में
*आय के साधनों में वृद्धि
◆उपाय :- मालिक के रत्न मूल कुंडली के अनुसार धारण करें।
वृष :- चतुर्थ भाव यानी सुखेश होकर पराक्रम भाव मे
*पराक्रम एवं यश में वृद्धि
*माता एवं पिता के स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी चिंता
खर्च होगा।
*घर में विशेष कर भाई बहनों के पराक्रम में वृद्धि
*गृह एवं वाहन पर खर्च होगा
*प्रॉपर्टी से जुड़ा मसला हल होगा।
खरीद-विक्री का योग
◆उपाय :- श्री हनुमानजी महाराज की आराधना करें।
मिथुन :- मिथुन लग्न के जातकों के लिए सूर्य पराक्रम के कारक होकर धन भाव मे जायेंगे फलतः
*वाणी व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए समय ठीक
*भाई /बहनो का सहयोग एवं सानिध्य,
*पेट एवं पैर की समस्या ,सरकारी कार्य मे लाभ
* वाणी में तीव्रता बढ़ेगा।कुटुम्ब में नये कार्य के साथ
विवाद की भी संभव । अतः क्रोध पर नियंत्रण रखें
*धनागम भी होगा।
*आग , बिजली आदि से बचने का प्रयास करें
उपाय :- राहु एवं शनि के उपाय लाभ देंगे।
कर्क :- लग्न वालो के लिए सूर्य धनेश-द्वितीयेश होकर लग्न भाव पर
*क्रोध में वृद्धि के साथ व्यक्तित्व में भी वृद्धि
*मानसिक तनाव या चिंता, झल्लाहट में वृद्धि
* सरकारी लाभ , सरकार से जुड़े कार्यो में प्रगति
*दाम्पत्य जीवन को लेकर थोड़ा तनाव संभव
* पिता के सहयोग के सानिध्य में वृद्धि
*धनागम के साधनों में वृद्धि संभव
सिंह :- सिंह लग्न वालों के लिए सूर्य लग्न के स्वामी होकर व्यय भाव में
*स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहे, खर्च होगा
* चोट / आपरेशन भी संभव यदि दशा खराब तो
*यात्रा के भी योग बनेंगे। धार्मिक भी संभव
* आँखों की समस्या भी संभव
*मन अशांत रह सकता है। अकारण तनाव
*दाम्पत्य जीवन/प्रेम संबंधों में उलझन
*प्रतियोगिता में विजय संभव ।
कन्या :- कन्या लग्न वालों के लिए सूर्य व्ययेश होकर लाभ भाव मे
*व्यापारिक विस्तार में खर्च की स्थिति बनेगी
*संतान एवं पारिवारिक विशेष के भाई को कष्ट
* पढ़ाई अध्ययन में तनाव संभव
*पिता पक्ष से भी तनाव की स्थिति
*सरकारी व्यक्ति को थोड़ा सामंजस्य में दिक्कत
*शेयर बाजार से जुड़े लोग सतर्क रहें up/down
उपाय :- सूर्य देव को नियमित जल दे एवं लाल रोली शिवजी को चढ़ाएं
तुला :- तुला लग्न वालों के लिए सूर्य लाभेश होकर – राज्य भाव मे
*आय के साधनों में वृद्धि
*व्यापारिक विस्तार के योग
*सरकारी व्यक्तियों के लिए समय ठीक
*दाम्पत्य जीवन/प्रेम संबंध अति उत्तम
*जमीन,गृह, वाहन, को लेकर शुभ समाचार
*अध्ययन अध्यापन के लिए समय उपयुक्त
*माता के स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सतर्क रहे
वृश्चिक — वृश्चिक लग्न वालों के लिए सूर्य राज्येश होकर भाग्य भाव
*भाग्य वृद्धि, भाग्य का साथ प्राप्त होगा
*पराक्रम एवं सम्मान में वृद्धि
*पिता का सहयोग सानिध्य
*सरकारी या प्राइवेट के लिए बेहतर समय
*पढ़ाई ठीक , नौकरी में वृद्धि या शुभ समाचार
*भाई/ बहनो/ मित्रो का सहयोग
उपाय :- क्रोध पर नियंत्रण रखें।
धनु — धनु लग्न वालों के लिए सूर्य भाग्येश होकर — अष्टम में
*भाग्य भंग योग भाग्य में अवरोध
*पिता को कष्ट संभव / स्वास्थ्य गत समस्या
* वाणी में तीव्रता , दांत के समस्या
*पारिवारिक कार्यो को लेकर कष्ट की स्थिति
*पेट की समस्या भी परेशान कर सकती है
*मुकदमा की भी संभावना
*प्रेम या दाम्पत्य जीवन से लाभ की स्थिति
उपाय :- पिता की सेवा देखभाल करते रहे।
मकर — मकर लग्न वालों के लिए सूर्य अष्टमेश होकर सप्तम भाव मे
*व्यापार या व्यापारिक गतिविधियों में अवरोध
*सरकारी व्यक्ति -तनाव /क्रोध में वृद्धि
* दाम्पत्य जीवन तनाव पूर्ण/प्रेम संबंधों में तनाव
*पिता को या पिता द्वारा कष्ट
*दैनिक आय को लेकर चिंता बनी रह सकती है
*पेट व पैर की समस्या कार्य अवरोध कर सकती है
उपाय :- सूर्य को नियमित जल दे। लाल रोली श्री हनुमानजी को चढ़ाये।
कुम्भ — कुम्भ लग्न वालों के लिए सूर्य सप्तमेश होकर षष्ट भाव में
*व्यापार में गति रोध के साथ प्रगति
*जीवनसाथी का स्वास्थ्य तनाव दे सकता/प्रेम
संबंध कमजोर या गलतफहमी संभव
* प्रतियोगिता में विजय
*सरकारी व्यक्ति के लिए समय तनावपूर्ण
*प्राइवेट में कार्यरत कार्य मे देरी कर सकते तनाव
*यात्रा पर खर्च संभव
*आंखों में कष्ट संभव
उपाय :- सूर्य अथर्व शीर्ष का पाठ करते रहे।
मीन– मीन लग्न वालों के लिए सूर्य रोगेश होकर विद्या,संतान भाव में
*पढ़ाई में अवरोध , संतान को लेकर चिन्ता
*पिता से मतभेद की स्थिति
*अचानक शारीरिक कष्ट से प्रगति में अवरोध
*आय के साधनों में प्रगति की स्थिति
*विवाद से बचे नही तो मुकदमा सम्भव
*आर्थिक दृष्टि से तनाव
उपाय :- सूर्य को जल दे एवं लाल रोली श्री हनुमानजी को चढ़ाते रहे।
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