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वैशाख कृष्ण पक्ष अमावस्या 30 अप्रैल 2022 दिन शनिवार को खंड सूर्य ग्रहण लगा था । यह सूर्य ग्रहण भारत भूमि के किसी भी क्षेत्र में दिखाई नहीं दिया। इसलिए धर्म शास्त्रीय दृष्टि से कोई प्रभाव यहां नहीं है,
Anuradha Pandeyपं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली,नई दिल्लीMon, 02 May 2022 04:03 PM
वैशाख कृष्ण पक्ष अमावस्या 30 अप्रैल 2022 दिन शनिवार को खंड सूर्य ग्रहण लगा था । यह सूर्य ग्रहण भारत भूमि के किसी भी क्षेत्र में दिखाई नहीं दिया। इसलिए धर्म शास्त्रीय दृष्टि से कोई प्रभाव यहां नहीं है, फिर भी ग्रहीय दृष्टिकोण से सूर्य ग्रहण का प्रभाव अवश्य पड़ता है। ग्रहीय दृष्टिकोण से बात किया जाए तो सूर्य ग्रहण की स्थिति तब बनती है जब गोचर करते हुए सूर्य राहु के साथ एक राशि में एक साथ हो जाते हैं। जब राहु सूर्य के साथ एक साथ गोचर करेंते तो सूर्य के प्रभाव में अवरोध की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जन्म कुंडली में जब सूर्य राहु एक साथ विद्यमान रहते हैं तब सूर्य के प्रभाव में नकारात्मकता देखने को मिलती है। इसी तरीके से जब गोचर करते हुए सूर्य राहु एक राशि में आ जाते हैं तो सूर्य का प्रभाव कमजोर हो जाता है यही ग्रहण की स्थिति का ग्रहीय प्रभाव होता है।इस ग्रहण का प्रभाव मेष से लेकर के मीन लग्न पर्यंत सभी जातकों पर अवश्य पड़ता। ग्रहण का स्पष्ट दिखाई नहीं देने का मात्र धर्म शास्त्रीय दृष्टिकोण से महत्व नहीं है जबकि ग्रहीय परिवर्तन के दृष्टिकोण से यह महत्वपूर्ण अवश्य होता है अब हम मेष से लेकर मीन लग्न या राशि पर्यंत किस प्रकार का प्रभाव स्थापित होगा इसको जानेंगे।
मेष :- मानसिक चिंता की स्थिति । पिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता की स्थिति । मुकदमा ,विवादबसे बचने की विशेष तौर पर आवश्यकता रहेगी। पढ़ाई एवं संतान पक्ष से चिंता की स्थिति उत्पन्न हो सकता है । दांपत्य जीवन में भी तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकता है।
वृष :- यात्रा पर खर्च की स्थिति बनेगी । आंखों की समस्या से कष्ट हो सकता है । वाहन एवं घर से संबंधित कार्यों पर खर्च अचानक बढ़ सकता है ।पिता के स्वास्थ्य को लेकर के खर्च हो सकता है । प्रतियोगी परीक्षाओं में विजय की स्थिति प्राप्त होगी । माता का स्वास्थ्य भी कमजोर रह सकता है।
मिथुन :- आय एवं लाभ के संसाधनों में वृद्धि की स्थिति उत्पन्न होगा। अचानक व्यापारिक गतिविधियों में विस्तार में वृद्धि का संकेत दिख रहा है। संतान पक्ष से थोड़ी सी चिंता की स्थिति उत्पन्न हो सकता है। अध्ययन अध्यापन में भी अवरोध की स्थिति उत्पन्न हो सकता है । भाई बहनों के स्वास्थ्य को लेकर की भी थोड़ा चिंता संभव है।
कर्क :- धन की स्थिति में सकारात्मकता देखने को मिलेगा । कर्म क्षेत्र में भी सकारात्मक प्रगति देखने को मिलेगा।सीने की तकलीफ ,माता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता, वाहन एवं घर से संबंधित तनाव का वातावरण भी उत्पन्न हो सकता है। विवाद आदि से बचने का प्रयास करें। यदि पहले से ब्लड प्रेशर की शिकायत है तो इस अवधि में विशेष तौर पर सतर्क रहें।
सिंह :- स्वास्थ्य को लेकर विशेष तौर पर सावधान रहें। पिता के स्वास्थ्य को लेकर के भी सावधान रहें । पराक्रम में वृद्धि होगा। सामाजिक पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगा। सरकारी तंत्र में है या प्राइवेट में प्रमोशन या कार्य क्षेत्र में परिवर्तन की स्थिति उत्पन्न हो सकता है। मनोबल को ठीक बनाए रखें। यदि मूल कुंडली में सूर्य पीड़ित हैं तो उसके लिए उपाय अवश्य करें।
कन्या :- वाणी पर संयम बरतना विशेष तौर पर आवश्यक होगा। पारिवारिक विवाद से अवश्य बचें दांत की समस्या अचानक खर्च की स्थिति उत्पन्न हो सकता है। पेट की समस्या एवं पैरों में कष्ट भी हो सकता है। इसका विशेष तौर पर ध्यान रखें । स्थान परिवर्तन या यात्रा का भी योग बन रहा है।
तुला :- व्यवहार में आक्रामकता एवं तीव्रता की स्थिति बनेगी। साझेदारी के कार्यों में अवरोध या तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकता है। दांपत्य जीवन में तनाव ,प्रेम संबंधों में अवरोध या तनाव हो सकता है। अचानक मानसिक तनाव में वृद्धि की भी स्थिति उत्पन्न हो सकता है। परंतु आय एवं लाभ में वृद्धि होगा । व्यापारिक गतिविधियों में भी प्रगति देखने को मिलेगा।
वृश्चिक :- पुराने रोगों का शमन होगा । कर्ज से मुक्ति की स्थिति उत्पन्न होगी। शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने का शुभ अवसर प्राप्त होगा। आंखों की समस्या के प्रति सावधान रहना होगा। अचानक यात्रा खर्च अथवा मुकदमे पर खर्च हो सकता है। पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंता सम्भव। प्रतियोगी परीक्षा में विजय सकारात्मक रूप से प्राप्त होगा।
धनु :- भाग्य में सकारात्मक प्रगति होगा। बुद्धिमत्ता के आधार पर सफलता प्राप्त होगा।
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