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हाथ में मछली का चिह्न जहां भी होता है शुभ माना गया है। यह जिस भी पर्वत पर मिले उसे गुणों में बढ़ोतरी करता है। हस्तरेखा विज्ञान में मछली का चिह्न बेहद खास स्थान रखता है। यदि यह निशान चंद्र पर्वत पर मछली का निशान है तो इसका मतलब है कि जातक विदेश से धन कमाएगा। इसका माध्यम चाहे जो हो, लेकिन इस तरह के लोग विदेश से अच्छा धन कमाते हैं। जीवन रेखा से निकलकर चंद्र पर्वत पर जाने वाली रेखा भी व्यक्ति के विदेश में व्यापार या तरक्की को दर्शाती हैं। हालांकि ये लोग विदेश में नौकरी करने के बाद अथवा व्यापार जमाने के बाद अपने देश लौट आते हैं।
दूसरों के सहारे चमकता है ऐसे लोगों का भाग्य
व्यक्ति के हाथ में चंद्रमा विदेश यात्राओं का संकेत भी देता है। सामुद्रिक शास्त्र में चंद्रमा को समुद्री यात्रा और जल का कारक माना गया है। चंद्रमा मन का कारक है। हस्तरेखा विज्ञान में यदि चंद्रमा अच्छा नहीं है तो यह व्यक्ति को विचलित करता है। खराब चंद्रमा व्यक्ति के मन में उथल-पुथल बनाकर रखता है। इस तरह के लोग एक जगह टिककर काम नहीं कर पाते। ये लोग अपने काम से जल्दी ऊब जाते हैं। यदि चंद्र पर्वत सुस्पष्ट और विकसित अवस्था में है तो ऐसे लोग विदेश अवश्य जाते हैं। लेकिन यदि चंद्र पर्वत दोषयुक्त है और अशुभ चिह्न बने हुए हैं तो यह यात्रा में बाधक बनती है। चंद्र पर्वत पर छोटी-छोटी रेखाएं व्यक्ति के छोटी-छोटी यात्राओं का संकेत देती है। इस तरह की यात्रा देश में अथवा विदेश में हो सकती हैं।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)
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