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इस चंद्र ग्रहण का स्पर्श शाम 5:09 बजे होगा। मध्य दिन में 5:12 बजे तथा मोक्ष रात्रि 6:19 बजे होगा। ग्रहण भरणी नक्षत्र तथा मेष राशि पर लग रहा है। अतः जिनका जन्म भरनी नक्षत्र और मेष राशि में हो, वे लोग अति आवश्यक रूप में इस ग्रहण को न देखें। गोमती नगर विस्तार स्थित उत्थान ज्योतिष संस्थान के ज्योतिषाचार्य पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि साल के आखिरी चंद्र ग्रहण पर राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा।
मेष- मानसिक चिंता में वृद्धि, दैनिक रोजगार को लेकर तनाव, दांपत्य एवं प्रेम संबंधों में टकराव, माता-पिता को कष्ट।
वृष- पराक्रम वृद्धि, भाई बंधुओं को लेकर तनाव, गृह व वाहन सुख के लिए तनाव, दाम्पत्य एवं प्रेम संबंधों में सकारात्मक प्रगति।
मिथुन- आय एवं उसके साधनों में वृद्धि, संतान पक्ष को लेकर थोड़ी चिंता, सम्मान एवं परिश्रम के साथ वाणी तीव्रता में वृद्धि।
कर्क- मन अशांत, स्वास्थ्यगत समस्या, अकारण तनाव। धन, सम्मान एवं नौकरी में वृद्धि। विद्या में अवरोध व शत्रु से विजय।
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सिंह- सरकारी या उच्चाधिकारी से तनाव। गृह व वाहन सुख, आय व लाभ में वृद्धि। मनोबल एवं स्वास्थ्य अचानक कमजोर।
कन्या- धन व वाणी की तीव्रता, दाम्पत्य सुख एवं प्रेम संबंध में वृद्धि। विद्या में प्रगति। पराक्रम वृद्धि। आय के साधनों में थोड़ा तनाव।
तुला- धन व पराक्रम के साथ मानसिक चिंता एवं झल्लाहट में वृद्धि। माता को कष्ट। दाम्पत्य एवं प्रेम संबंधों में तनाव।
वृश्चिक- मनोबल एवं स्वास्थ्य को लेकर मन अप्रसन्न। धन एवं अचानक यात्रा खर्च में वृद्धि। विद्या एवं डिग्री में प्रगति। संतान को लेकर चिंता खत्म।
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धनु- धनागम के नए स्रोत में वृद्धि। सम्मान व सुख में और क्रोध में अचानक वृद्धि। दाम्पत्य सुख एवं प्रेम संबंधों में तनाव।
मकर- मनोबल एवं स्वास्थ्य में सुधार। सीने की तकलीफ एवं घबराहट। जीवनसाथी एवं प्रेम संबंधों को लेकर मन अप्रसन्न।
कुंभ- प्रतियोगिता एवं शत्रु विजय। व्यय व सम्मान में वृद्धि। धनागम एवं आर्थिक लाभ में वृद्धि। जीवन साथी व प्रेम संबंधों में तनाव।
मीन- संतान के प्रति चिंता। मनोबल उच्च एवं विद्या में अवरोध। कार्यों में भाग्य का साथ। भाई, बहनों एवं मित्रो से कष्ट।
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