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हर वर्ष माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। इस साल सकट चौथ का व्रत 10 जनवरी 2023 दिन मंगलवार को रखा जाएगा। ज्योतिषविद् पंडित ललित शर्मा के मुताबिक इस साल सकट चौथ पर सर्वार्थ सिद्धि योग, प्रीति योग और आयुष्मान योग बन रहे हैं।
सकट चौथ को संकष्टी चतुर्थी, तिलकुट, माघ चतुर्थी आदि नामों से भी जाना जाता है। यह व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। इस व्रत में चंद्रमा को अघ्र्य का भी विशेष महत्व है। इस व्रत को करने से विघ्नहर्ता गणेश संतान के सारे संकटों को दूर करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से संतान निरोगी दीर्घायु और सुख समृद्धि से परिपूर्ण होती है। सकट चौथ पर श्री गणपति की उपासना से सारे संकट दूर हो जाते हैं इस पर्व पर माताएं अपनी संतान की लंबी आयु और परिवार की सुख समृद्धि की कामना के लिए उपवास रखती है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से संतान के ऊपर आने वाले सभी संकट दूर हो जाते हैं।
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सिविल लाइन स्थित धार्मिक संस्थान विष्णु लोक के ज्योतिषविद् पंडित ललित शर्मा ने बताया चतुर्थी तिथि 10 जनवरी 2023 को दोपहर 12:00 बज कर 9 मिनट से प्रारंभ हो रही है। 11 जनवरी 2023 को दोपहर 2:31 पर समाप्त होगी। इस साल सकट चौथ पर सर्वार्थ सिद्धि योग, प्रीति योग, और आयुष्मान योग बन रहे हैं। इस दिन प्रीति योग सुबह से लेकर अपराह्न 11:19 तक रहेगा। उसके बाद आयुष्मान योग रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग सूर्योदय से प्रात: 9:01 तक रहेगा चंद्रोदय का समय रात्रि 8:36 पर रहेगा।
ॐ गणपतए नम: का करें जाप
सकट चौथ के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करके भगवान गणेश की पुष्प, दूर्वा, लड्डू आदि से विधि-विधान पूर्वक पूजा करनी चाहिए। विघ्नों को हरने वाले भगवान गणेश के मंत्र ॐ गणपतए नम: का जाप करना चाहिए। संतान की लंबी आयु के लिए सकट चौथ व्रत की कथा सुननी चाहिए। रात्रि में चंद्रमा को अघ्र्य देकर व्रत संपन्न करना चाहिए।
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