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ज्योतिषशास्त्र में शनि ग्रह को न्यायप्रिय देवता कहा गया है। शनि के राशि बदलने से लेकर वक्री और मार्गी होने तक कई राशियों पर इसका प्रभाव पड़ता है। अभी शनि वक्री अवस्था में है। जुलाई में शनि वक्री हुए थे, अब अक्टूबर में शनि मार्गी हो जाएंगे। शनि के वक्री होने का अर्थ है विपरीत दिशा में चलना, इसके अलावा शनि का मार्गी होने का अर्थ है शनि का सीधी दिशा में चलना। ज्योतिषियों की मानें तो शनि की विपरीत दिशा में गति राशियों के लिए थोड़ा विपरीत प्रभाव ही लाता है।

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शनि अभी मकर राशि हैं, इससे पहले शनि कुंभ राशि में थे। शनि अक्टूबर में मार्गी होने के बाद से इसी अवस्ता में 17 जनवरी 2023 तक रहेंगे।  आपको बता दें कि मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि ढैय्या चल रही है। वहीं, कुंभ, धनु व मकर राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव है। अब जानते हैं शनि के मार्गी होने से शनि ढैया और साढ़ेसाती वाले जातकों पर क्या प्रभाव होगा:

मिथुन और तुला राशि के लोगों के लिए शनि का मार्गी होना मिलेजुले परिणाम लाएगा। इन दोनों राशियों के लिए कुछ समस्याएं सुलझेंगी और आपकी कई प्रकार की समस्याएं कुद समाप्त होने लगेंगी।

कुंभ, धनु व मकर राशि पर शनि की साढ़ेलाती चल रही है। इन राशियों पर भी शनि के मार्गी होने से लाभ मिलेगा। 23 अक्टूबर से इन राशि वालों को कई प्रकार के कष्टों में राहत मिलेगी। आपके लिए कोई शुभ समाचार भी आ सकता है। इस दौरान ध्यान रखें कि अपने से नीचे या किसी कमजोर वर्ग को न सताएं, शनि गरीबों की मदद करने वालों से प्रसन्न रहते हैं। धनु राशि वालों को उनका फंसा हुआ पैसा मिल सकता है।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 

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