जीवन में ऐसे लोगों को नहीं करना चाहिए अकेले व्यापार

[ad_1]

सामान्य स्थिति में किसी भी व्यक्ति की उंगली में तीन पर्व होते हैं,  लेकिन अपवाद स्वरूप कुछ हाथ ऐसे भी मिलते हैं जिसमें एक पर्व अनुपस्थित रहता है। यानी उंगली में केवल दो ही पर्व दिखाई देते हैं। सामुद्रिक शास्त्र में उंगली का पहला पर्व बौद्धिक स्थिति, दूसरा व्यवसायिक स्तर और तीसरा शारीरिक स्थिति के बारे में संकेत देता है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि उंगली में पहला पर्व अनुपस्थित है तो भौतिक स्थिति तो सही रहेगी, लेकिन बौद्धिक एवं व्यवसायिक प्रभावित होगी। जिस पर्वत की उंगली में ऐसी स्थितियां बनती हैं तो उससे संबंधित कार्यों में कठिनाइयां झेलता है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार ऐसे लोगों को अकेले व्यापार नहीं करना चाहिए। ऐसे व्यक्ति अमूमन व्यापार में सफल नहीं हो पाते। इसके उलट कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनकी उंगलियों में चार पर्व प्रतीत होते हैं, लेकिन सैद्धांतिक रूप से ऐसा संभव नहीं है।

आने वाले 29 दिनों तक इन राशियों का खूब चमकेगा भाग्य, सूर्य देव की रहेगी विशेष कृपा

बावजूद इसके यदि उंगली में चौथा पर्व बन रहा है तो परिणाम भी अलग होगा। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि हाथ की उंगलियों में तीन के बजाय चार पर्व हैं तो यह एक प्रकार का दोष माना जाता है। यदि पर्व में कोई आड़ी रेखा आती है तो अड़चने आती हैं। ऐसे अड़चनें उंगली से जुड़े पर्वत के हिसाब से आती हैं। यानी यदि अनामिका उंगली में तीन से अधिक पर्व बन रहे हैं तो इसका प्रभाव गुरु पर पड़ेगा। ऐसा व्यक्ति को वैवाहिक जीवन और शिक्षा क्षेत्र में दिक्कतें आ सकती हैं। इसी तरह से यदि मध्यमा पर अतिरिक्त पर्व बन रहा है तो शनि से जुड़े कार्यों में परेशानी पैदा कर सकता है। हालांकि अतिरिक्त पर्व का नुकसान उस स्थिति में ही होता है जब संबंधित पर्वत दोषपूर्ण हो और इस पर खराब चिह्न भी मौजूद हों। ऐसी स्थिति में ही चौथा पर्व बनने से दिक्कतें बढ़ जाती हैं। 
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)

[ad_2]

Source link

0 replies

Leave a Reply

Want to join the discussion?
Feel free to contribute!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *