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हस्तरेखा विज्ञान में सूर्य रेखा को अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। यह रेखा व्यक्ति के जीवन को विभिन्न प्रकार से प्रभावित करती है। सूर्य रेखा की लंबाई, उसकी बनावट और निकलने की स्थिति व्यक्ति के जीवन को लेकर अनेक संकेत देती है। प्रत्येक स्थिति में सूर्य रेखा का अर्थ भी अलग होता है। जानिए कैसे जीवन को प्रभावित करती है सूर्य रेखा। 

-यदि सूर्य रेखा मणिबंध या उसके पास से शुरू हो और भाग्य रेखा के पास उसके समानान्तर अपने स्थान पर पहुंचे तो यह सबसे अच्छी मानी जाती है। जिन लोगों के हाथों में ऐसी सूर्य रेखा होती है वे बहुत ही प्रतिभाशाली होते हैं। ऐसे लोगों का भाग्य साथ देता है और हर काम पूरी तरह से सफल होते हैं। 

-यदि सूर्य रेखा की उत्पत्ति चंद्र पर्वत से हो तो ऐसे लोगों का भाग्य खुद की मेहनत के बजाय दूसरों के सहयोग से चमकता है। मित्र, ससुराल या जीवनसाथी अथवा अन्य किसी के सहयोग से ऐसे लोग जीवन में तरक्की पाते हैं। 

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-यदि सूर्य रेखा की उत्पत्ति चंद्र पर्वत से हो, लेकिन यह गहरी होकर अनामिका उंगली तक पहुंचे तो इस तरह के लोग रहस्यमयी प्रकृति के होते हैं। व्यवहार में निरंतर परिवर्तन इनके व्यक्तित्व का हिस्सा रहता है। 

-चंद्र पर्वत से निकली सूर्य रेखा भाग्य रेखा के समानान्तर चले तो ऐसे लोगों का भविष्य उज्जवल होता है। ऐसे लोग तेजस्वी एवं प्रसन्नचित्त प्रकृति के होते हैं। हालांकि ऐसे लोग अपने विचारों को स्थायी नहीं रख पाते। बार-बार नई योजनाएं बनाते हैं और किसी एक पर फोकस होकर काम नहीं कर पाते। इसके चलते ऐसे लोग जीवन में विफल साबित हो जाते हैं। 

(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)

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