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यदि व्यक्ति के बृहस्पति पर्वत पर क्रॉस का निशान है तो प्रेम विवाह होता है। ऐसे लोगों का प्रेम विवाह सफल और सुखद रहता है। यह चिह्न वैवाहिक जीवन के सफल होने का संकेत है।
-यदि क्रॉस के बजाय बृहस्पति पर स्वास्तिक दिखाई तो ऐसा व्यक्ति बेहद ईमानदारी से प्रेम करता है। वह प्रेम का दिखावा नहीं करता।
-हाथ में बृहस्पति पर्वत का उन्नत है और हृदय रेखा भी इस पर्वत तक पहुंच रही है तो प्रेम विवाह की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे लोगों का प्रेम विवाह सफल होता है। अरेंज मेरिज करने की स्थिति में ऐसा व्यक्ति जीवनसाथी के प्रति विश्वसनीय होता है और मन से प्रेम करता है।
जिंदगी में सच्चा प्रेम नहीं करते ऐसी रेखा वाले लोग
-यदि विवाह रेखा के नीचे कोई शाखा दिखाई दे और यह विवाह रेखा से जुड़ जाए तो प्रेम विवाह होता है। यह स्थिति हथेली में नीचे की ओर बनती है जहां दो रेखा मिलकर एक विवाह रेखा के रूप में आगे बढ़ती हैं।
-यदि विवाह रेखा के आखिर में दो शाखाएं हों तो यह शुभ लक्षण नहीं माना जाता। यह खराब वैवाहिक संबंधों का संकेत देता है।
-यदि हृदय रेखा बृहस्पति पर्वत तक पहुंचे, बृहस्पति पर्वत पर क्रॉस अथवा स्वास्तिक का निशान हो और विवाह रेखा में नीचे से एक रेखा आकर मिल जाए तो प्रेम विवाह होने की संभावना सौ फीसदी होती है।
-यदि हृदय रेखा से एक शाखा निकलकर सूर्य रेखा से आकर मिल जाए तो ऐसा व्यक्ति इच्छित विवाह करता है। ऐसे लोग भी प्रेम विवाह करते हैं।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। इसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)
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