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व्यक्ति के अपने जीवन में अपने मकान की कामना अवश्य होती है। जिंदगीभर व्यक्ति घर का सुख पाने के लिए निरंतर जुटा रहता है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार हाथों में कुछ निशान और रेखाएं भूमि, भवन और मकान का संकेत देती हैं। यदि आपके हाथ में ये निशान अथवा रेखाएं हैं तो आपको अपने जीवन में मकान का सुख अवश्य ही मिलेगा। 
-शनि पर्वत पर और ठीक हृदय रेखा पर यदि कोई स्पष्ट त्रिभुज बनता है तो व्यक्ति को जीवन में मकान का सुख अवश्य मिलता है। कई बार ऐसे लोगों के जीवन में एक से अधिक भवन का सुख भी मिलता है।
-यदि इस त्रिभुज को कोई महीन रेखा काटती है तो व्यक्ति को भवन तो बन जाता है, लेकिन उसमें रहने का सुख नहीं मिल पाता। कारण चाहे जो भी बनें।
-यदि भाग्य रेखा पर कोई स्पष्ट त्रिकोण बनता है तो व्यक्ति अपने जीवन में अपने सामर्थ्य से भवन सुख को पाता है। हस्तरेखा विज्ञान में इस त्रिभुज को मनी ट्रायंगल के नाम से भी जाता है। यदि भाग्य रेखा महीन और धुंधली है, लेकिन त्रिभुज बना हुआ है तो कड़े संघर्ष के बाद ही भवन सुख मिलता है। 

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-यदि भाग्य रेखा, मस्तिष्क रेखा और जीवन रेखा मिलाकर त्रिभुज तो बना रही है, लेकिन इस त्रिकोण में तिल या काला धब्बा बन जाए तो यह अच्छा संकेत नहीं माना जाता है। ऐसे व्यक्ति भवन बनाने के बावजूद इसका सुख नहीं ले पाता। 
-यदि गुरु पर्वत पर स्पष्ट चतुर्भज निशान बना हुआ है तो व्यक्ति को जीवन में भवन का सुख मिलता है। इस स्थिति में गुरु पर्वत अच्छी स्थिति में होना जरुरी है। 
-अंदरुनी मंगल क्षेत्र से कोई रेखा शनि पर्वत पर जाते हुए दिखाई दे तो जीवन में निश्चित ही मकान का सुख मिलता ही मिलता है। ऐसे लोगों को जीवन में 35 साल के बाद ही भवन सुख मिलता है। 
-यदि शनि पर्वत पर दो स्पष्ट खड़ी रेखाएं हैं तो व्यक्ति को भवन सुख मिलेगा, लेकिन ऐसा योग धीरे-धीरे बनता है। 
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)

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