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margashirsha purnima december 2021 : हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का बहुत अधिक महत्व होता है। पूर्णिमा तिथि को बेहद ही शुभ माना जाता है। कल यानी 18 दिसंबर को मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि है। इस दिन विधि- विधान से पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। पूर्णिमा के दिन स्नान- दान का भी बहुत अधिक महत्व होता है। पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा- अर्चना की जाती है। आइए जानते हैं घर में कैसे करें मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन पूजा-

  • इस पावन दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का बहुत अधिक महत्व होता है।
  • नहाने के पानी में गंगा जल डालकर स्नान करें। नहाते समय सभी पावन नदियों का ध्यान कर लें।
  • नहाने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। 
  • अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।
  • सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें। 
  • किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश का ध्यान किया जाता है।
  • भगवान गणेश का ध्यान करें।
  • पूर्णिमा के पावन दिन भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना का विशेष महत्व होता है। 
  • इस दिन विष्णु भगवान के साथ माता लक्ष्मी की पूजा- अर्चना भी करें। 

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  • भगवान विष्णु को भोग लगाएं। भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को भी शामिल करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी के बिना भगवान विष्णु भोग स्वीकार नहीं करते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। 
  • भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की आरती करें।
  • इस पावन दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का अधिक से अधिक ध्यान करें। 
  • पूर्णिमा पर चंद्रमा की पूजा का भी विशेष महत्व होता है। 
  • चंद्रोदय होने के बाद चंद्रमा की पूजा अवश्य करें। 
  • चंद्रमा को अर्घ्य देने से दोषों से मुक्ति मिलती है। 
  • इस दिन जरूरतमंद लोगों की मदद करें। 
  • अगर आपके घर के आसपास गाय है तो गाय को भोजन जरूर कराएं। गाय को भोजन कराने से कई तरह के दोषों से मुक्ति मिल जाती है।

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इन शुभ मुहूर्तों में करें पूजा- अर्चना-

  • ब्रह्म मुहूर्त- 05:19 ए एम से 06:13 ए एम
  • अभिजित मुहूर्त- 11:57 ए एम से 12:38 पी एम
  • विजय मुहूर्त- 02:01 पी एम से 02:42 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त- 05:17 पी एम से 05:41 पी एम
  • अमृत काल- 10:12 ए एम से 12:00 पी एम
  • निशिता मुहूर्त- 11:51 पी एम से 12:45 ए एम, दिसम्बर 19, 06:57 ए एम, दिसम्बर 19 से 08:45 ए एम, दिसम्बर 19
  • अमृत सिद्धि योग– 07:08 ए एम से 01:49 पी एम
  • सर्वार्थ सिद्धि योग- 07:08 ए एम से 01:49 पी एम
  • रवि योग- 07:08 ए एम से 01:49 पी एम

चंद्रोदय का समय- 04:46 पी एम, 18 दिसंबर

 

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