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हर माह में शुक्ल पक्ष की अष्टमी पर मासिक दुर्गाष्टमी मनाई जाती है। मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है। मार्गशीर्ष माह में 11 दिसंबर को मासिक दुर्गाष्टमी पड़ रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन विधि- विधान से मां दुर्गा की पूजा- अर्चना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं और दुख- दर्द दूर हो जाते हैं। इस पावन दिन भक्त मां को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी रखते हैं। आइए जानते हैं मासिक दुर्गाष्टमी पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व और सामग्री की पूरी लिस्ट-

मासिक दुर्गाष्टमी पूजा-विधि

  • इस दिन सुबह उठकर जल्गी स्नान कर लें, फिर पूजा के स्थान पर गंगाजल डालकर उसकी शुद्धि कर लें।
  • घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
  • मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें।
  • मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।
  • धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर मां की आरती करें।
  • मां को भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।

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मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व-

  • यह दिन मां दुर्गा को समर्पित होता है। इस दिन मां की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
  • इस दिन मां की विधि- विधान से पूजा- अर्चना करने से घर में खुशहाली, सुख-समृद्धि और धन आता है।

मासिक दुर्गाष्टमी पूजा सामग्री की पूरी लिस्ट

  • लाल चुनरी
  • लाल वस्त्र
  • मौली
  • श्रृंगार का सामान

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  • दीपक
  • घी/ तेल
  • धूप
  • नारियल
  • साफ चावल
  • कुमकुम
  • फूल
  • देवी की प्रतिमा या फोटो
  • पान
  • सुपारी
  • लौंग
  • इलायची
  • बताशे या मिसरी
  • कपूर
  • फल-मिठाई
  • कलावा

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इन शुभ मुहूर्तों में करें पूजा- अर्चना-

  • ब्रह्म मुहूर्त- 05:15 ए एम से 06:09 ए एम
  • अभिजित मुहूर्त- 11:54 ए एम से 12:35 पी एम
  • विजय मुहूर्त- 01:58 पी एम से 02:39 पी एम
  • गोधूलि मुहूर्त- 05:15 पी एम से 05:39 पी एम
  • अमृत काल- 02:17 पी एम से 03:56 पी एम

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