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हाथ में मंगल रेखा और भाग्य रेखा के संयोग को बहुत ही शुभ माना गया है। मंगल रेखा जीवन रेखा के समानान्तर होती है। यदि मंगल रेखा से निकलकर कोई रेखा निकलकर भाग्य रेखा में मिल जाए तो विशेष लाभ देती है। यदि मंगल रेखा से निकलकर रेखा शनि पर्वत तक पहुंच जाए तो यह भी बेहद शुभ मानी जाती है, लेकिन मंगल रेखा से निकलकर कोई रेखा भाग्य रेखा को काटकर आगे बढ़े तो यह शुभ नहीं है।
दुनिया में पहचान दिला देता है हाथों का यह निशान
हाथ में मंगल रेखा जीवन रेखा के साथ-साथ चलती है। यह जीवन रेखा की सहायक रेखा कहलाती है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति के जीवन रेखा में दोष होने के बावजूद कोई मुश्किल नहीं होती है। मंगल रेखा जीवन को मजबूत करती है। जिन लोगों के हाथों में मंगल रेखा मिलती है वे प्रतिभाशाली होती है। ऐसे लोग सोच समझकर और सटीकता के साथ काम करते हैं। ऐसे लोग लक्ष्य के साथ आगे बढ़ते हैं। रेखाओं का सही योग होने के साथ ही यदि मंगल पर्वत भी शुभ स्थिति में हो तो यह भी अत्यंत शुभ योग हैं। मंगल रेखा से निकलकर शनि पर्वत की ओर जाने वाली रेखाएं संबंधित उम्र में विशेष लाभ दिखाते हैं। ऐसे लोगों को जमीन से विशेष लाभ होते हैं। इस तरह के लोगों को पैतृक संपत्ति से बहुत अधिक लाभ मिलता है।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)
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