[ad_1]
सभी का जीवन उतार- चढ़ाव से भरा है। सुख और दुःख दोनों ही जीवन का हिस्सा है। दोनों ही बहुत लंबे समय तक नहीं टिकते हैं पर कई बार दुःख की घड़ी इतनी भयावह होती है कि लोग उसकी वजह से बहुत जल्दी अधिक परेशान हो जाते हैं। कई बार हम उस परेशानी के पीछे का कारण जान लेते हैं और कई बार चाहकर भी जान नहीं पाते। अक्सर घर की सजावट करते समय लोग वास्तु को नजरअंदाज कर देते हैं जिसकी वजह से घर में वास्तु से जुड़ी बहुत सारी परेशानियां आती है और जिस घर में वास्तु दोष होता है। वहां मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है। वास्तु शास्त्र में हर वस्तु और उसके रंग का महत्व है। आज हम आपको एक ऐसे ही एक रंग के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी मदद से आप अपने घर का वास्तु अच्छा कर सकते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार प्रकृति से संबंधित है। पेड़ -पौधे, हरि सब्जियों, दालें और बेड इस रंग का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह रंग मनुष्य और प्रकृति के बीच तालमेल बिठाने का काम करता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार हरे रंग की वस्तु को पूर्व व दक्षिण पूर्व दिशा में सबसे अच्छा माना जाता है। आप चाहे तो इस दिशा में एक छोटा सा बगीचा या पौधा रख सकते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दिशा और इस रंग का संबंध लकड़ी से हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार इस क्षेत्र में हर रंग की चीजें रखने पर घर-परिवार में तरक्की आती है। हरे रंग की वस्तु पूर्व दिशा में रखने पर बड़े बेटे की उन्नति होती है। वहीं हरे रंग की वस्तु को दक्षिण पूर्व दिशा में रखने पर बड़ी बेटी को लाभ प्राप्त होता है।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
[ad_2]
Source link
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!