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हाथों में शुभ और अशुभ दोनों तरह के ही चिह्न मिलते हैं। शुभ चिह्न जहां भविष्य में अच्छा होने का संकेत देते हैं वहीं अशुभ चिह्न मुश्किलों का संकेत करते हैं। इन चिह्नों से बीमारी का अनुमान भी लगाया जा सकता है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि जीवनरेखा से कोई रेखा निकलकर चन्द्र पर्वत की ओर जाकर उल्टा वाई का चिह्न बनाए तो इसका जीवन में असर बहुत व्यापक होता है। हस्तरेखा विज्ञान में उल्टे वाई के चिह्न को अच्छा नहीं माना गया है। इस तरह की रेखा व्यक्ति के जीवन और जीवन शक्ति दोनों को कम करती है।
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यह रेखा जिस उम्र में जीवन रेखा को काटती है उसी में व्यक्ति की जीवनशक्ति कमजोर होने लगती है। इसका अर्थ है व्यक्ति का बीमार पड़ना अथवा शारीरिक रूप से अत्यधिक कमजोर हो जाना। इस तरह के लोगों को पेरालाइसिस अटैक की आशंका भी रहती है। यदि रेखा जीवन रेखा से होकर चंद्र पर्वत पर जाकर रुक जाती है तो ऐसी स्थिति में बना वाई का निशान शुभ फलदायक माना गया है। ऐसे वाई के निशान जिस जातक की हथेली में होता है वो विदेश यात्रा करते हैं। आमतौर ये अपना व्यवसाय करते हैं जिसकी शाखा विदेशों में होती हैं। ऐसे लोग आर्थिक रूप से संपन्न होते हैं और खुशहाल जीवन जीते हैं।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)
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